इतने छोटे बच्चे को AIDS! थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को चढ़ाया गया HIV पॉजिटिव खून, परिवार ने CM से कर दी शिकायत
यह बच्चा जन्म से ही थैलेसीमिया से पीड़ित है और उसे हर महीने खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। इसके लिए उसके परिवारवाले उसे मेडिकल कॉलेज ले जाते हैं। खून चढ़ाने से पहले उसकी एचआईवी रिपोर्ट नेगेटिव आई फिर बाद में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सबके होश उड़ गए। स्वजनों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से कर दी है। अब मामले की जांच होगी।
संसू, हजारीबाग। शेख भिखारी मेडिकल काॅलेज अस्पताल प्रबंधन पर एक बार फिर से मरीज के स्वजन द्वारा गंभीर आरोप लगाया गया है। जिले के विष्णुगढ प्रखंड के रहने वाले स्वजन ने आरोप लगाया है कि उनके थैलेसीमिया पीड़ित छह साल के बच्चे को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ा दिया गया। इसे लेकर स्वजन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पहले रिपोर्ट आई नेगेटिव, फिर बाद में पॉजिटिव कैसे?
मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, विधायक और उपायुक्त को आवेदन देकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। स्वजन ने बताया कि उनका बच्चा जन्म से ही थैलेसीमिया पीड़ित पाया गया था। इस कारण उसे हर माह एक बार रक्त चढाया जाता था।
प्रत्येक तीन माह पर बच्चे की एचआईवी जांच भी की जाती थी। विगत 29 मई को अस्पताल के द्वारा बच्चे की एचआईवी जांच की गई थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव थी। फिर तीन अक्टूबर को अस्पताल की जांच में बच्चे की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है।
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ब्लड बैंक में बच्चे के परिवार संग की बदतमीजी
स्वजन का सवाल था कि इतने छोटे बच्चे को एचआईवी कैसे हो गया। वह भी तब जब स्वजन अपने बच्चे को हमेशा मेडिकल काॅलेज अस्पताल में ही रक्त चढ़वाते हैं।
स्वजन का आरोप है कि मामले को लेकर जब बच्चे के पिता ने ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मी मुरली कुमार से पूछताछ की, तो उसके द्वारा गाली-गलौज और बदतमीजी की गई।
मुख्यमंत्री से की गई मामले की शिकायत
इसके बाद स्वजन ने इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सांसद जयंत सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता, डीसी नैंसी सहाय, विधायक मनीष जायसवाल से की गई।
मामले की जांच को लेकर सदर थाने में आवेदन दिया गया है। इस मामले को लेकर ब्लड बैंक के कर्मी मुरली से पूछे जाने पर उन्होंने एचआइवी पाॅजिटिव ब्लड चढ़ाने से साफ इनकार किया।
मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच को लेकर कमेटी गठित की जाएगी। जांच के उपरांत रिपोर्ट में विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी - डा. प्रो. विनोद कुमार, अधीक्षक, शेख भिखारी मेडिकल कालेज।
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